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तलत बेग: सहज और भरोसेमंद शिक्षा की ओर
Jun 12, 2025
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बुधनी ब्लॉक में स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय में,पढ़ाई का माहौल अब पहले से कहीं ज़्यादा सहज और सकारात्मक हो गया है। इसका एक अहम कारण हैं यहां की शिक्षिका तलत बेग, जो बच्चों के साथ गहरा और भरोसेमंद रिश्ता बनाकर उन्हें सीखने के लिए प्रेरित करती हैं।

शिक्षक बनने की प्रेरणा
तलत को बचपन में अपने शिक्षकों से जो सीख और प्रेरणा मिली, उसने उन्हें भी शिक्षा के क्षेत्र में आने के लिए प्रेरित किया। वे कहती हैं, बचपन से ही मन में था कि शिक्षक बनूं और कुछ अच्छा करूं।
तलत का मानना है कि बच्चों को सीखने के लिए पहले एक ऐसा माहौल चाहिए जहाँ वे सहज महसूस करें। इसलिए वे कक्षा की शुरुआत बच्चों से बात करके करती हैं—“आज क्या खाया?”, “घर पर सब कैसे हैं?” जैसे सवालों से। इससे बच्चों के साथ उनका जुड़ाव बनता है और वे अपनी बात खुलकर कह पाते हैं।
‘मैं कोशिश करती हूं कि स्कूल में बच्चों को घर जैसा माहौल मिले, ताकि वे स्कूल आना पसंद करें,’ तलत कहती हैं। |
मिशन अंकुर: शिक्षण को सरल और योजनाबद्ध बनाने की दिशा में कदम
मिशन अंकुर मध्य प्रदेश सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य है कि कक्षा 1 से 3 तक के सभी बच्चे बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता (Foundational Literacy and Numeracy – FLN) हासिल कर सकें। यह मिशन राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे निपुण भारत मिशन से जुड़ा हुआ है।

तलत बताती हैं कि मिशन अंकुर शुरू होने के बाद शिक्षण में काफी मदद मिली है। अब उन्हें हर विषय और कक्षा के लिए एक स्पष्ट शिक्षक गाइड और पाठ योजना मिलती है, जिससे पढ़ाई की तैयारी आसान हो जाती है
सरल सामग्री से प्रभावी सीखना
तलत कक्षा में शिक्षण सहायक सामग्री (TLMs) का प्रयोग करती हैं—जैसे रंगीन चार्ट, कार्ड्स, चित्र या साधारण खेल। ये चीजें बच्चों को विषय को बेहतर समझने और याद रखने में मदद करती हैं।
तलत बच्चों की ज़रूरत के अनुसार पढ़ाने का तरीका अपनाती हैं—जो बच्चे तेज़ हैं उन्हें पहले काम देती हैं और फिर उन बच्चों पर ध्यान देती हैं जिन्हें अतिरिक्त मदद की ज़रूरत होती है। तलत बताती हैं कि मिशन अंकुर ने उनके खुद के काम करने के तरीके में भी बदलाव लाया है, अब कक्षा 1 और 2 के बच्चे आसानी से हिंदी बोल और पढ़ पा रहे हैं, और गणित में भी पहले से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
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